उत्तराखंड में जमीन कैसे खरीदें 2022 में | How to purchase land in Uttarakhand in 2022.
/ Real Estate / By vicky Dahiya

कभी भी हम पहाड़ में जैसे कि उत्तराखंड के किसी भी जिले में जैसे नैनीताल भीमताल भवाली मुक्तेश्वर पंगूट कौसानी या किसी अन्य जगह पर जमीन लेना चाहते हैं तो हमें निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए| सबसे पहले उत्तराखंड में कोई बाहर का आदमी एक आदमी के नाम पर सिर्फ 1.25 नाली जमीन खरीद सकता है अगर पति और पत्नी दोनों जमीन लेना चाहते हैं तो दोनों के आधार कार्ड का एड्रेस अलग अलग होना चाहिए या फिर आप अपने घर के और लोगों को उस रजिस्ट्री में जोड़कर 1.25 नाली से ज्यादा जमीन खरीद सकते हैं | इसके अलावा दूसरा प्रोविजन यह है कि आप किसी धार्मिक प्रतिष्ठान के नाम पर जैसे कि आपको योगा सेंटर बनाना हो या कोई मंदिर बनाना हो या कोई ट्रस्ट बनाना हो तो उसके नाम पर सवा नाली नाली से ज्यादा एग्रीकल्चरल लैंड खरीद सकते है| या इसके अलावा आप 1.25 नाली से ज्यादा लैंड लेने के लिए डीएम ऑफिस से अपना लैंड यूज़ दिखा करके की आपको जमीन का उपयोग किस काम में करना चाहते हैं यह काम आप डीएम ऑफिस में बता कर के 1.25 से ज्यादा जमीन खरीद सकते हैं|
महत्वपूर्ण सुझाव | Important Points
- महत्वपूर्ण सुझाव | Important Points
- विवाद कैसे पता करें | How to find dispute
- पटवारी की जरूरत है? | Importance of Patwari
- जमीन की लोकेशन कैसे पता करें | How to find land’s location
- स्टांप ड्यूटी कितनी लगती है | How much stamp duty is applicable
- जमीन लेने के फायदे | Profits of Land Purchasing
- जमीन लेने के नुकसान | Loss
- जमीन लेने के बाद किन बातों का ध्यान रखें | Important Considerations
- View कैसा होना चाहिए| How should be View
- पहाड़ रोगियों के लिए कैसा होगा | How about patient
- चिंता काम होती है | Stress Level
- अपराध की दर | Rate of crime
- फल और अनाज | Foods and grain production
- हॉस्पिटल और एजुकेशन | Facility of hospital and education
- विनती | Request
1- जमीन लेते समय यह जरूर ध्यान दें कि आप की जमीन और रोड के बीच में किसी और की जमीन ना आने पाए नहीं तो अगर वह इंसान अपनी जमीन पर कोई कंस्ट्रक्शन या बाउंड्री करेगा तो आप का रास्ता ब्लॉक हो जाएगा| कोई भी जमीन ले तो उसकी कनेक्टिविटी रोड से जरूर होना चाहिए|
2- जमीन के आसपास कोई बड़ा पहाड़ नहीं होना चाहिए जैसे बरसात के दिनों में जब मिट्टी बारिश के पानी से नीचे बह जाती है तो पहाड़ से बड़े पत्थर नीचे आ जाते हैं जिससे कि भारी नुकसान होने का डर रहता है और इसके अलावा पहाड़ होने से धूप आने में भी समस्या होती है|
3- वैसे तो पहाड़ में हर जगह पानी की समस्या है पानी बहुत ज्यादा नहीं मिलता और बोरिंग करना अलाउड नहीं होता तो ऐसे में यह कोशिश करें कि जमीन से थोड़ी दूर पर कोई पानी का प्राकृतिक स्रोत उपलब्ध हो तो आपके लिए बहुत अच्छा होगा वहां से पानी लाना आपके लिए आसान होगा|
4- जमीन खरीदते समय इस बात पर भी ध्यान दें कि वह जमीन उसी आदमी के नाम पर रजिस्टर्ड हो जो आप की रजिस्ट्री कर रहा है मतलब जमीन का म्यूटेशन होना चाहिए ऑनलाइन खतौनी निकालने पर आदमी के नाम पर जमीन दिखना चाहिए अगर जमीन का बंटवारा नहीं हुआ तो पहले उस आदमी को कहे कि आप जमीन का बंटवारा करवा लो फिर अपने नाम म्यूटेशन करवाने के बाद आप मेरे लिए रजिस्ट्री करो|
5- जमीन लेते समय अब उस एरिया का सर्किल रेट चेक करें क्योंकि जो रजिस्ट्री होगी वह सर्किल रेट के हिसाब से होती है महिला के नाम पर खर्चा कम होता है और पुरुष के नाम पर खर्चा ज्यादा होता है|
6- जमीन खरीदते समय बहुत खड़ी (Steep) जमीन लेना भी अच्छा नहीं होता क्योंकि उसमें लैंड को फ्लैट करने में या डिवेलप करने में अधिक खर्च आता है तो अगर जमीन सस्ती भी है तो आपका अंतिम खर्चा जो होगा वह उससे कहीं ज्यादा होगा|
7- अगर आप सभी किसी एग्रीकल्चर एक्टिविटी के लिए लेना चाहते हैं तो उस जगह का टेंपरेचर चेक करें और वहां की मिट्टी भी जांच लें क्योंकि आप वहां जिस भी फसल खेती करना चाहते हैं वह वहां उगाया जा सकता है या नहीं?
8- जमीन खरीदते समय उस जगह का एलिवेशन भी चेक करें क्योंकि ऊंचाई जितनी ज्यादा होगी वहां ठंडा भी इतना ज्यादा पड़ेगा 4500 feet से 7000 feet की ऊंचाई अच्छी होती है|
विवाद कैसे पता करें | How to find dispute
किसी भी जमीन में विवाद पता करने के लिए आपका जैसे ही एग्रीमेंट हो जाए उस जमीन में दो मजदूर लगाकर जमीन की साफ सफाई करना शुरू कर दे दो दिन तक साफ सफाई करने पर जो भी जमीन पर मालिकाना हक दिखाना चाहेगा वह अपने आप आपके पास अपना विवाद लेकर आ जाएगा कि यह जमीन मेरी है और उन्होंने कैसे बेच दी फिर आप दोनों के साथ बैठकर डिस्प्यूट का पता कर सकते हैं और चेक कर सकते हैं कि जो व्यक्ति विवाद के बारे में बात कर रहा है और सही है या नहीं|
पटवारी की जरूरत है? | Importance of Patwari
जमीन खरीदने के लिए एक बार जमीन के कागजात उत्तराखंड भूलेख से निकालकर उसे पटवारी को जरूर दिखाएं कि यह जमीन में किसी तरह का विवाद तो नहीं इसके पहले जमीन की रजिस्ट्री कब हुई थी और जमीन की 12 साला क्या है| इससे आपको यह पता चलेगा की जमीन पिछले सालों में कितनी बार बेची गई है इस तरह सारी जानकारी आपको निकल जाएगी और किसी भी तरह का विवाद भी होगा तो आपको पता चल जाएगा|
जमीन की लोकेशन कैसे पता करें | How to find land’s location
कई बार ऐसा भी होता है कि जो जमीन आपको दिखाई जाती है उसकी रजिस्ट्री नहीं होती किसी और खाता नंबर की रजिस्ट्री कर दी जाती है और जब आप उस खाता नंबर पर जाते हैं तो वह जमीन कहीं और होती है| इस बात का ध्यान रखने के लिए जब आप जमीन खरीद हैं तो पटवारी और अमीन को बुलाकर के जमीन की पैमाइश करवा दें जिससे कि वह जमीन भू मैप के हिसाब से नाप देंगे और आप की बाउंड्री बता देंगे कहां से कहां तक जमीन है या फिर बता देंगे और जमीन का खाता संख्या खसरा नंबर खतौनी नंबर सब कुछ आपको बता देंगे इसमें कुछ खर्चा लगेगा लेकिन अगर आप जमीन लेना चाहते हैं और किसी तरह के विवाद से बचना चाहते हैं तो आपको या खर्चा करना अनिवार्य होगा|
स्टांप ड्यूटी कितनी लगती है | How much stamp duty is applicable
Stamp Duty (Male)- 5%
Stamp Duty( Female)- 3.7 %
किसी भी पुरुष के नाम पर स्टांप ड्यूटी 5 परसेंट और महिलाओं के नाम पर 3.7% लगती है |यह स्टांप ड्यूटी उस एरिया की सर्किल रेट के हिसाब से होती है|
जमीन लेने के फायदे | Profits of Land Purchasing
पहाड़ों में प्रकृति बहुत ही खूबसूरत है जहां पर आप को शुद्ध और ताजी हवा हमेशा मिलती है हवा शुद्धऔर ताजी होने से आम बीमारियों से दूर रहते हैं और जीवन का आनंद ले पाते हैं आपके जीवन में चिंता कम होती है और आप अपने जीवन को अपने परिवार के साथ खुशी के साथ बिताया जा सकता है|
पहाड़ में टूरिज्म बहुत बढ़ रहा है जो कि एक अच्छा आय का साधन है पहाड़ में किसी भी तरह की चोरी अपराध या अपराधिक कार्य ना के बराबर है जिससे आपको किसी भी तरह की समस्या नहीं होगी और आप अपने बचे हुए जीवन को अपने परिवार के साथ सुकून से बता सकते हैं पहाड़ में रहने से खर्चे कम है क्योंकि वहां पर दिखावा कम है जिससे आप कम पैसे में भी अच्छा जीवन जी सकते हैं प्रकृति हमारी जननी है और हम प्रकृति के बीच में रहकर खुद को गौरवान्वित महसूस करते हैं एक बार जब आप वहां कुछ समय रहेंगे तो फिर आपको किसी भी बड़े शहर में रहने की इच्छा नहीं होगी|
जमीन लेने के नुकसान | Loss
पहाड़ में आय का एकमात्र साधन टूरिज्म ही है अगर आप टूरिज्म से जुड़कर कुछ करना चाहते हैं तो आपके लिए बेहतर है नहीं तो वहां फैक्ट्री इंडस्ट्री नौकरी नहीं होती वहां खेती कर सकते हैं या होटल रिजॉर्ट में काम करके पैसे कमा सकते हैं तो पहाड़ में जमीन लेने का एक ही नुकसान है कि आय के साधन पहाड़ में बहुत ही कम है अच्छी शिक्षा पहाड़ में कुछ ही जगह उपलब्ध है जो बड़े शहर है बाकी के छोटे गांव में और शहरों में आपको बेसिक शिक्षा बच्चों को मिल जाएगी लेकिन अगर आप शिक्षित हैं तो आप अपने घर पर बच्चे को पढ़ा सकते हैं|
जमीन लेने के बाद किन बातों का ध्यान रखें | Important Considerations
जमीन की रजिस्ट्री कराने के बाद जमीन का म्यूटेशन 45 दिन के बाद होता है | जब आप की जमीन ऑनलाइन आप के नाम पर चढ़ जाएगी तब आप समझे कि आप की जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी है जमीन रजिस्ट्री होने के तुरंत बाद जमीन की बाउंड्री करा दें क्योंकि अगर आप अपने शहर में या अपने घर जमीन की रजिस्ट्री करा कर चले जाते हैं तो हो सकता है कि आप के बगल का इंसान आप की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर ले इसलिए बाउंड्री करा कर आप सुरक्षित हो जाते हैं जब आपके पास पैसा हो जाए आप जमीन पर कंस्ट्रक्शन करवा सकते हैं|
View कैसा होना चाहिए| How should be View
वैसे तो किसी भी जमीन से हिमालय का देखना बहुत अच्छी बात है लेकिन इस बात का शौक कुछ ही समय तक होता है फिर हिमालय का देखना या ना देखना बराबर होता है इसी जमीन से अगर एक अच्छा माउंटेन या वैली का दृश्य भी है तो आपके लिए अच्छा होगा क्योंकि हिमालय का दृश्य देखने पर जमीन का रेट बहुत ज्यादा हो जाता है जो आपको एक्स्ट्रा खर्चा करना पड़ेगा|
पहाड़ रोगियों के लिए कैसा होगा | How about patient
पहाड़ में कुछ तरह के रोग बढ़ जाते हैं और कुछ कंट्रोल हो जाते हैं | खास कर कर कुछ रोगी जिनको अर्थराइटिस या घुटने में दर्द इस तरह की बीमारी है उनके लिए पहाड़ में आकर उनका दर्द ठंड ज्यादा होने से बढ़ जाता है और वह रोगी जिनको शुगर डायबिटीज ब्लड प्रेशर या सांस से संबंधित किसी भी तरह की बीमारी है उनको पहाड़ पर आकर काफी फायदा होता है ऐसे रोटी जो हाइपरटेंशन हाई ब्लड प्रेशर के होते हैं उनका भी बीमारी का लेबल धीरे-धीरे कम हो जाता है|
चिंता काम होती है | Stress Level
पहाड़ में टेंशन कम होता है इससे आपको रिकवर होने में आसानी होती है| पहाड़ का पानी काफी शुद्ध होता है क्योंकि डायरेक्ट स्रोत से निकलता है जो एक तरह का मिनरल वाटर होता है जिसे पीने से आपको बीमारियां कम हो जाती है और आपको काफी फायदा होता है हालांकि उस में स्टोन होने से पथरी संबंधित बीमारियां होने की संभावना होती है लेकिन अगर इसको बॉईल करके और छान कर दिया जाए तो आपको काफी फायदा होगा|
अपराध की दर | Rate of crime
पहाड़ में अपराध लगभग ना के बराबर है क्योंकि यहां के लोग किसी भी तरह की लड़ाई झगड़े या आपराधिक मामले में नहीं पड़ना चाहते और शांत और सीधे स्वभाव के होते हैं इसलिए यहां किसी तरह की चोरी या लड़ाई झगड़े की संभावना दूसरी जगह की अपेक्षा कम होती है हां हर जगह थोड़े बहुत ऐसे लोग जरूर मिलते हैं लेकिन और जगह की अपेक्षा काफी कम है जिससे आपको काफी अच्छा लगेगा|
फल और अनाज | Foods and grain production
पहाड़ में फल और अनाज ऑर्गेनिक होते हैं जिसमें आर्टिफिशियल खाद ना के बराबर मिलाई जाती है जिससे यह हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है यहां पर हर तरह का अनाज और फल गोबर की खाद और पेड़ के पत्ते , घास से खाद बनाकर उगाया जाता है जिसका प्रोडक्शन कम होता है जिससे यह महंगा होता है लेकिन स्वास्थ्य के लिए बहुत ही लाभदायक होता है|
हॉस्पिटल और एजुकेशन | Facility of hospital and education
पहाड़ में आज भी मेडिकल फैसिलिटी का अभाव है क्योंकि यहां अच्छे हॉस्पिटल पहाड़ में नहीं मिलते क्योंकि बीमारी की दर काफी कम होती है इसलिए अच्छे हॉस्पिटल आपको बड़े शहरों में ही मिलेंगे जैसे कि उत्तराखंड की बात करें तो देहरादून और हल्द्वानी जैसे बड़े शहर में आपको मिलेगा बेसिक ट्रीटमेंट आपको लोकल मार्केट में मिल जाएगा लेकिन बड़ा इलाज कराने के लिए आपको शहरों में जाना पड़ेगा एजुकेशन सबसे अच्छा नैनीताल और देहरादून जैसे शहर में है और छोटे-छोटे गांव में आपको सरकारी स्कूल में जाएंगे जो बेसिक शिक्षा आपके बच्चों को देख सकते हैं आजकल हर जगह बस की सुविधा है और लगभग हर जगह बड़े स्कूलों की बस आती है तो आप बच्चों के लिए शिक्षा की व्यवस्था पहाड़ में कर सकते हैं|
विनती | Request
अंत में आप सब से यही विनती है कि जब भी आप पहाड़ में जमीन खरीदें तो कोशिश करें अपने घर के आस-पास कम से कम 10 बाज ( ओक) के पेड़ जरूर लगाएं क्योंकि यह पर्यावरण को बचा कर रखता है क्योंकि पहाड़ में जो खूबसूरती है जो क्लाइमेट है वह इन वृक्ष के कारण ही है तो अगर वृक्ष कट जाएंगे और नए नए घर या होटल बनते जाएंगे तो धीरे-धीरे पहाड़ की खूबसूरती खत्म हो जाएगी और यहां देखने लायक कुछ नहीं बचेगा इसलिए आप जिस कारण के लिए यहां आ रहे हैं नेचुरल ब्यूटी के लिए उसे बनाकर रखें और दूसरों को भी उत्साहित करें पेड़ लगाने के लिए जितना पेड़ लगेगा मौसम अच्छा होगा और आपको भी काफी अच्छा लगेगा| यदि आप उत्तराखंड में जमीन लेना चहिते है तो हमारा चैनल देखें |